तुम खुश हो मेरी आँखों को आंसू दे कर
दामन किसी और का थाम कर
हम खुश है तुम्हारी असलियत देख कर
किये थे जो तुमने हमसे वादे कभी
आज वो वादे किसी और से करता देख कर
कैसे बदलती है नियत लौंडिया की
जीवन के इस अनुभव को देख कर
पर जिंदगी वो प्रेम गीत नहीं
बर्बाद कर दी जाए तुझ जैसी पर
हम तो आज भी चलते हैं उसी टशन से
नज़रें तो तुम्हारी झुकती हैं हमारी एक आहट पर
शर्मसार हो जाती हो मेरे एक ख्याल पर!
तुम खुश हो मेरी आँखों को आंसू दे कर
दामन किसी और का थाम कर
हम खुश है तुम्हारी असलियत देख कर
किये थे जो तुमने हमसे वादे कभी
आज वो वादे किसी और से करता देख कर
कैसे बदलती है नियत लड़की की
जीवन के इस अनुभव को देख कर
पर जिंदगी वो प्रेम गीत नहीं
बर्बाद कर दी जाए तुझ जैसी पर
हम तो आज भी चलते हैं उसी टशन से
नज़रें तो तुम्हारी झुकती हैं हमारी एक आहट पर
शर्मसार हो जाती हो मेरे एक ख्याल पर!
Wah Bhai Wah .. bas laundiyon ko ladkiyan kar de..
>>हम तो आज भी चलते हैं उसी टशन से
नज़रें तो तुम्हारी झुकती हैं हमारी एक आहट पर
शर्मसार हो जाती हो मेरे एक ख्याल पर!
qurbaan bhai..sharmsar ho jati ho tum mere ek khyal pe wah
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Kar dete hain tumhare liye!!!
Launde to yu hi badnaam hai, Bewafaa to laundiya kam nahi hoti!!! 🙂
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Copy maar rahe hai tumhare ye lines..
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Its all yours dude and to all who have felt the pain but have recovered and grown into stronger men with even stronger attitude….. 🙂
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>>>>हम तो आज भी चलते हैं उसी टशन से
why ” तो”
why not
“हम आज भी चलते हैं उसी टशन से”
If you call urself a fighter,tough guy, survivor .. you should have some deep scars to prove it..
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“तो” basically is added to tell that despite pain and grief, my head is high and chin is up while she has lost all her pride and esteem in her own eyes…………
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